चालू खाते में विदेशी निवेश के लेन-देन को कैसे रिकॉर्ड किया जाता है?
Preview
चालू खाते में विदेशी निवेश के लेन-देन को रिकॉर्ड करने के लिए विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन किया जाता है। FEMA अधिनियम 1999 के तहत, विदेशी मुद्रा लेनदेन को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:
विदेशी मुद्रा लेनदेन की श्रेणियाँ
FEMA द्वारा अनुमति नहीं दी गई लेन-देन: ऐसे लेन-देन जो FEMA के तहत प्रतिबंधित हैं, उन्हें किसी भी स्थिति में नहीं किया जा सकता।
RBI की पूर्व मंजूरी की आवश्यकता वाले लेन-देन: कुछ लेन-देन जो FEMA के तहत प्रतिबंधित नहीं हैं, लेकिन RBI की पूर्व मंजूरी की आवश्यकता होती है। इनमें विशेष प्रकार के विदेशी मुद्रा लेन-देन शामिल हो सकते हैं।
Preview
केंद्र सरकार की मंजूरी की आवश्यकता वाले लेन-देन: कुछ विशेष प्रकार के लेन-देन जो RBI की मंजूरी से परे हैं, उन्हें केंद्र सरकार की मंजूरी की आवश्यकता होती है।
रिकॉर्डिंग प्रक्रिया
लेखांकन और रिकॉर्डिंग: चालू खाते में विदेशी निवेश के लेन-देन को सही तरीके से रिकॉर्ड करने के लिए, सभी लेन-देन को वित्तीय खातों में सही ढंग से दर्ज किया जाना चाहिए। इसमें विदेशी मुद्रा में प्राप्त और भुगतान की गई राशियों का सही रिकॉर्ड रखना शामिल है।
अधिकृत व्यक्ति: FEMA के अंतर्गत, केवल अधिकृत व्यक्ति ही विदेशी मुद्रा लेन-देन कर सकते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि सभी लेन-देन कानूनी और नियमों के अनुसार हो रहे हैं।
प्रलेखन और रिपोर्टिंग: सभी विदेशी मुद्रा लेन-देन को उचित प्रलेखन और रिपोर्टिंग की आवश्यकता होती है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी लेन-देन पारदर्शी और जवाबदेही के साथ हो रहे हैं।
इस प्रकार, चालू खाते में विदेशी निवेश के लेन-देन को रिकॉर्ड करने के लिए FEMA के तहत निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन करना आवश्यक है, जो यह सुनिश्चित करता है कि सभी लेन-देन कानूनी और पारदर्शी हों।