जगदीश गौतम की कहानी एक आम आदमी के आर्थिक संघर्षों को दर्शाती है। उनकी जीवन भर की जमापूंजी और सब्जी का धंधा उनकी आर्थिक स्थिति को दिखाता है। इस संघर्ष के बावजूद, वे निरंतर प्रयासरत रहे और यह साबित किया कि साहस और दृढ़संकल्प से किसी भी आर्थिक संकट का सामना किया जा सकता है। यह कहानी आर्थिक संघर्षों से उबरने की प्रेरणा देती है।