Budget 2025 से पहले नए और पुराने टैक्स रिजीम को समझिए, क्या है फायदा और नुकसान?
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Budget 2025 से पहले नए और पुराने टैक्स रिजीम को समझिए
नया टैक्स रिजीम
फायदे:
सरलता: नया टैक्स रिजीम सरल और समझने में आसान है। यह व्यक्तिगत करदाताओं के लिए चुनने के लिए आसान बनाता है।
कम टैक्स दरें: नया टैक्स रिजीम में कम टैक्स स्लैब दरें हैं, जिससे करदाता को राहत मिलती है।
कोई डिडक्शन नहीं: नया टैक्स रिजीम में डिडक्शन और छूट की जटिलता नहीं होती, जिससे टैक्स फाइलिंग प्रक्रिया सरल हो जाती है।
नुकसान:
कम डिडक्शन: नया टैक्स रिजीम 80C, 80D, HRA जैसे डिडक्शन और छूट की सुविधा नहीं देता, जिससे करदाता को वित्तीय योजना बनाने में कठिनाई हो सकती है।
असमान लाभ: सभी करदाताओं के लिए समान टैक्स स्लैब होने के कारण, उच्च आय वाले करदाताओं को विशेष लाभ नहीं मिलता।
पुराना टैक्स रिजीम
फायदे:
अधिक डिडक्शन: पुराना टैक्स रिजीम में 80C, 80D, HRA जैसे कई डिडक्शन और छूट की सुविधा होती है, जिससे करदाता को कर लाभ मिलता है।
वित्तीय योजना: यह करदाता को वित्तीय योजना बनाने में मदद करता है, क्योंकि वे विभिन्न निवेश और बीमा योजनाओं के माध्यम से टैक्स बचा सकते हैं।
नुकसान:
जटिलता: पुराना टैक्स रिजीम अधिक जटिल होता है, क्योंकि इसमें विभिन्न डिडक्शन और छूट होते हैं, जिन्हें ट्रैक करना और दस्तावेज़ीकरण करना पड़ता है।
उच्च टैक्स दरें: पुराने टैक्स रिजीम में ऊँची टैक्स स्लैब दरें होती हैं, जिससे करदाता को अधिक टैक्स चुकाना पड़ता है।
निष्कर्ष
Budget 2025 से पहले, करदाताओं को अपनी आय और वित्तीय योजना के अनुसार टैक्स रिजीम का चयन करना चाहिए। यदि आपके पास विभिन्न निवेश और बीमा योजनाएँ हैं, तो पुराना टैक्स रिजीम आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, यदि आप एक सरल और सीधी टैक्स फाइलिंग प्रक्रिया चाहते हैं, तो नया टैक्स रिजीम एक अच्छा विकल्प हो सकता है। ध्यान रखें कि बजट 2025 में टैक्स स्लैब और दरों में संशोधन हो सकता है, इसलिए नवीनतम अपडेट के लिए सरकारी घोषणाओं का पालन करें।Referenced from: